मित्रता दिवस पर संकलन



एक सुंदर कविता पढ़ी, अच्छी लगी, 

मुझ पर दोस्तों का प्यार,
  यूँ ही उधार रहने दो |
    बड़ा हसीन है, ये कर्ज,
      मुझे कर्ज़दार रहने दो !

वो आँखें जो छलकती हैं,
   ग़म में, ख़ुशी में, मेरे लिए |
     उन सभी आँखों में सदा,
       प्यार बेशुमार रहने दो !

मौसम लाख बदलते रहें,
     आएँ भले बसंत-पतझड़ |
       मेरे यारों को जीवन भर,
         यूँ ही सदाबहार रहने दो !

महज दोस्ती नहीं ये,
   बगिया है विश्वास की |
     प्यार, स्नेह के फूलों से,
       इसे गुलज़ार रहने दो !

वो मस्ती, वो शरारतें,
    न तुम भूलों, न हम भूलें |
      उम्र बढ़ती है..खूब बढ़े,
        जवाँ ये किरदार रहने दो !!

-मेरे सभी दोस्तों को समर्पित

🙏🙏
छू ना सकूं मैं आसमान को तो कोई गम नही.....*

बस छू जाऊं दोस्तों के दिल को  ये भी तो आसमाँ से कम नही....

-----------------------------------------------------------------------------------

*👬 दोस्ती दिवस की शुभकामनायें 👬*

जिसके साथ खून का सम्बन्ध नहीं होता, फिर भी प्रिय लगे..
                 *वह है👬दोस्त👬*

जिसके साथ दुनियां भर की बातेंa करके भी थकान ना लगे .... 
                 *वह है👬दोस्त👬*

जिसके साथ छोटी सी बात पर भी खुल कर हंस लेते हैं...
                 *वह है👬दोस्त👬*

जिसके कंधे पर माथा रख कर रो सकते हैं ....
                 *वह है👬दोस्त👬*

जिसके साथ ठंडी चाय भी एक दम गरम लगे ....
                *वह है👬दोस्त👬*

   जिसके साथ खिचड़ी भी खाने में दावत जैसी लगे....
                *वह है👬दोस्त👬*

जिसको आधी रात को भी उठा कर दिल की बात कर सके....
                *वह है👬दोस्त👬*

जिसके साथ बिताए गए पलों को याद करने भर से, चहरे पर मुस्कान आ जाए.......
                *वह है👬दोस्त👬*

जिसके साथ कोई भूमिका बनाए बिना खुल कर बात करें और वह स्वीकार करे .....
                *वह है👬दोस्त👬*

एक अरसे के बाद भी जिसको मिलते ही दिल झूमउठे....
                *वह है👬दोस्त👬*

दूर रहते हुए भी जिसके साथ दिल के तार जुड़े हो.....
                *वह है👬दोस्त👬*

 दोस्ती वो है मेरे दोस्त जो बेजान जिंदगी में भी जान डाल दे..
                 *वह है👬दोस्त👬*

*संक्षेप में दोस्त वो है जो हर मुसीबत में हर तरह से साथ निभाये*

           *👬 दोस्तों को समर्पित👬*


तप्त हृदय को , सरस स्नेह से ,
जो सहला दे , मित्र वही है ।

रूखे मन को , सराबोर कर,
जो नहला दे , मित्र वही है ।

प्रिय वियोग ,संतप्त चित्त को ,
जो बहला दे , मित्र वही है ।

अश्रु बूँद की , एक झलक से ,
जो दहला दे , मित्र वही है ।

आप को मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं ।

जो आपने हमें स्नेह दिया इसके लिए आपको बहुत बहुत बधाई, आभार ।


_--------------------_--------------------------------------------



अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र।