स्वरचित दोहा
काल मकर संक्रांति का, गुड़ तिल की है थाल ।
मुँह मीठा कर जाइए , नहीं चूकिए लाल। ।
काल मकर संक्रांति का, गुड़ तिल की है थाल ।
मुँह मीठा कर जाइए , नहीं चूकिए लाल। ।
परीक्षा भवन क, ख, ग दिनांक: 11-11-24 सेवा में, प्राचार्य महोदय पी.एम. श्री केंद्रीय वि…